एक बार एक अंग्रेज बलिया घुमने आया। घुमते- घुमते बलिया में एक मिठाई दुकान में गया, और वहाँ हड़िया में रखा दही देख के पुछा…
अंग्रेज:- What is This man ?
हलवाई:- This is दही हव सर।
अंग्रेज:- What is Dahi, मैन?
हलवाई:- दूध स्लीप विथ जोरन at नाइट, सर एंड at Morning Become भेरी Tight. इट स्वाद इज खटरूस वेन इटिंग।
यु केन इट विथ सुगर एंड निमक बोथ ।
इफ यु इट छूछे देन योर दाँत बिकम कोठ।

 

अइसन बानी बोलिये कि जम के झगड़ा होय,
पर ओहसे कुछ ना बोलिये
जो तुमसे तगड़ा होय..!!

 

गुरू जी- दू मे से दू गइल त केतना बचल? . .
कलुआ- ना बुझाइल गुरूजी . .
गुरु जी- रे बऊचट..। मान ले तोरे पास दू लिट्टी बा और दुनो ते खा गइले त तोरे पास का बचल ? . .
 कलुआ- चोखा गुरूजी चोखा बाचल।।

 

अध्यापक – छात्र से –
भोजपुरी में अनुवाद करो ?-
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल
दिए…….
छात्र:- करेजवा के बुकनी बुकनी कर के दात
चियार के चल देहलू…

 

ज़िन्दगी कैसी भी चल रही हो । कइसन बा का जवाब . . . ठीक बा ही देना पड़ता है…